धौलाधार पर्वतमाला की गोद में शुद्ध /साफ सुथरे/ निर्मल वातावरण के बीच स्थित सीएसआईआर-हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्‍थान, पालमपुर हिमाचल प्रदेश राज्य में वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद,की एकमात्र राष्‍ट्रीय प्रयोगशाला है। संस्थान का शोध ध्‍येय स्‍थायी तरीके/सतत उपायों द्वारा/ सेजैव संसाधनों से जैवआर्थिकी को बढ़ावा देना है।

 संस्थान में अत्‍याधुनिक प्रयोगशालाएं, रिमोट सेंसिंग और मानचित्रण सुविधा; अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त वनस्पति संग्रहालय; एनिमल हाउस की सुविधा;न्‍यूटास्‍यूटिक्‍लस सगंध तेल और हर्बल्स में प्रायोगिक संयंत्र; प्रक्षेत्र और पॉलीहाउस हैं। युवा और गतिशील वैज्ञानिकों की टीम अनुसंधान शोध को आगे बढ़ा रही है तथा आम लोगों की नई चुनौतीपूर्ण समस्याओं के समाधान खोजने के लिए समर्पित भाव से काम कर रही है। अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से वैश्विक स्तर पर वैज्ञानिक पारस्‍परिकसंबन्‍धों में मजबूती प्रदान हुई है । तकनीकी हस्तक्षेप के माध्यम से औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना एक निरंतर चलने वाला प्रयास है और संस्थान द्वारा विकसित कई प्रौद्योगिकियों उद्योगों को स्थानांतरित की जा रही हैं। सामाजिक- आर्थिक उत्थान के लिए संस्‍थान किसानों, पुष्‍प उत्‍पादकों, चाय बागान मालिकों और छोटे खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में कार्यरत उद्यमियों के लिए नियमित रूप से प्रशिक्षण कार्यक्रम और सलाहकार सेवाएं प्रदान कर रहा है। संस्थान को सूक्ष्‍म, लघु एवं मध्‍यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार ने तथा वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग (डीएसआईआर) द्वारा सस्ती स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में इन्क्यबेशन सेंटर के रूप में मान्यता दी गई है। संस्थान उद्योगों को आने वाली समस्‍याओं को साझा करने के लिए प्रोत्साहित करता है ताकि व्यवहार्य समाधान विकसित किया जा सके। इस संबन्‍ध में गोपनीयता पूर्ण रूप से बनाए रखी जाती है। 

हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले में रिबलिंग स्थित संस्‍थान के "उच्च तुंगता जीवविज्ञान केंद्र (CeHAB)’’में पादप अनुकूलन अध्ययन और उच्च तुंगता क्षेत्र के औषधीय पौधों पर काम को आगे बढ़ाया जा रहा है। इस केंद्र के माध्यम से, संस्थान प्रशिक्षण और प्रदर्शनों के माध्यम से प्रौद्योगिकियों के प्रसार करता है ताकि इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को बदलने और उनके द्वारा सामना करना पड़ा अद्वितीय चुनौतियों को हल करने में मदद की जा सके।

संस्थान के छात्र-वैज्ञानिक परस्‍पर वार्ताओं को बढ़ावा और स्कूल के बच्चों को संस्थान का दौरा करवाया जाता है। सीएसआईआर-IHBTमें स्नातकोत्तर छात्र अपना परियोजना कार्य करने और पर अपने अनुसंधान कौशल बढ़ा सकते हैं। युवा शोधकर्ताओं विशेषज्ञ संकाय के मार्गदर्शन में विशिष्‍ट क्षेत्र में पीएचडी कर सकते हैं।

समाज, उद्योग और पर्यावरण के विकास में संस्थान अपनी पूरी भावना से योगदान कर रहा है।